August 30, 2023
हिन्दू धर्म के अनेक महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं, जो धार्मिक तत्त्वों, दर्शनिक विचारों और आदर्शों को समझने में मदद करते हैं। यहाँ कुछ मुख्य हिन्दू धर्मिक ग्रंथों का उल्लेख है:
वेद: वेद हिन्दू धर्म के सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण ग्रंथ हैं। इनकी रचना ऋषियों ने की थी।
वेद चार हैं: ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद। ऋग्वेद में देवताओं की स्तुति के मंत्र हैं। यजुर्वेद में यज्ञों की विधियाँ हैं। सामवेद में मंत्रों को गायन के रूप में प्रस्तुत किया गया है। अथर्ववेद में ऋतुओं, औषधियों, मन्त्रों और तंत्र के विषयों का वर्णन है।
उपनिषद्: उपनिषद्स हिन्दू धर्म के वेदांत शाखा के ग्रंथ हैं और वे गहरे दार्शनिक तत्त्वों पर आधारित हैं। इनमें दर्शन और आध्यात्मिकता का गहन विवेचन मिलता है। उपनिषदों की संख्या 108 है, लेकिन इनमें से कुछ ही प्रमुख हैं। इनमें ब्रह्मसूत्र, शांकरभाष्य, आदि शंकराचार्य द्वारा रचित हैं।
भगवद गीता: भगवद गीता महाभारत के भीष्म पर्व में आई है और यह विष्णु भगवान की उपदेशों की एक अद्भुत संकलन है। गीता महाभारत का एक अंश है। इसकी रचना महर्षि वेदव्यास ने की थी। गीता में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को कर्म, योग, दर्शन, आध्यात्मिकता आदि के विषयों पर उपदेश दिया है।
रामायण: रामायण वाल्मीकि द्वारा लिखित है और यह प्रियजन सीता और राम की कथा का वर्णन करता है। यह एक महाकाव्य है और इसमें मनोवैज्ञानिक, नैतिक और धार्मिक सिखाने वाले प्रेरणास्त्रोत हैं।
महाभारत: महाभारत वेदव्यास द्वारा लिखित है और महाभारत में पाण्डवों और कौरवों के बीच हुए युद्ध का वर्णन है।
पुराण: पुराण हिन्दू धर्म के विविध विषयों, व्रतों, व्रतकथाओं, देवताओं, ऋषियों और इतिहास के बारे में कथाएँ प्रस्तुत करते हैं। पुराणों की संख्या 18 है। इनमें से कुछ प्रमुख हैं: विष्णु पुराण, शिव पुराण, भागवत पुराण, महाभारत, रामायण, मनुस्मृति आदि।
धर्मशास्त्र: धर्मशास्त्र विविध धर्मिक नियमों, विधियों और मानवीय आचार-विचारों पर आधारित हैं। इसमें मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान दिया जाता है।
ये केवल कुछ प्रमुख हिन्दू धर्मिक ग्रंथ हैं, जिनमें विभिन्न धार्मिक और दार्शनिक तत्त्वों की चर्चा होती है। इनके अलावा, हिन्दू धर्म में कई अन्य ग्रन्थ भी हैं। इनमें तंत्र, ज्योतिष, आयुर्वेद, वास्तुशास्त्र आदि के विषयों पर भी ग्रन्थ हैं। हिन्दू धर्म के ग्रन्थों ने हिन्दू संस्कृति और सभ्यता को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।